ब्लड प्रेशर कफ सचमुच एक आकार के ना होखेला।एकरा उलट एगो ताज़ा अध्ययन में कहल गईल बा कि, जवन लोग के ब्लड प्रेशर के जांच अयीसन कफ से करावेले, जवन कि उनुका बांह के परिधि के मुताबिक गलत साइज के होखे, उ लोग के पता ना चलल होई hy pertension या गलत तरीका से एह स्थिति के निदान हो जाला।
अध्ययन खातिर शोधकर्ता 165 वयस्क लोग के ब्लड प्रेशर रीडिंग के तुलना कईले, जवना के अलग-अलग माप 'नियमित' वयस्क आकार के कफ अवुरी उनुका बांह के परिधि के मुताबिक साइज के कफ दुनो के संगे कईल गईल रहे।
कुल मिलाके अध्ययन में भाग लेवे वाला 30 प्रतिशत लोग के सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर के मुताबिक उच्च रक्तचाप रहे।अध्ययन में शामिल पांच में से दु में से तनिका जादा लोग में मोटापा रहे।जब एह लोग के जेकरा के अतिरिक्त बड़ ब्लड प्रेशर कफ के जरूरत रहे, 'नियमित' वयस्क आकार के कफ से नापजोख करावल गईल, त एकरा से गलत तरीका से उनुकर सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर रीडिंग औसतन 19.7 मिमी एचजी अवुरी डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर रीडिंग में औसतन 19.7 मिमी एचजी के बढ़ोतरी भईल 4.8 मिमी एचजी के बा।
एहमें से 39 फीसदी मामिला में मोटापा से पीड़ित लोग के हाइपरटेंशन के गलत निदान भइल जवना का चलते.एही तरे, जवना लोग के 'छोट' ब्लड प्रेशर कफ के जरूरत रहे, ओ लोग के उच्च रक्तचाप रहे, जवना के पता ना चलल 22 प्रतिशत मामला में जब उनुकर नाप 'नियमित' वयस्क आकार के कफ से कईल गईल।जब छोट कफ के जरूरत वाला ए लोग के नाप 'नियमित' कफ से भईल त एकरा से गलत तरीका से उनुकर सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर रीडिंग में औसतन 3.8 मिमी एचजी अवुरी डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर रीडिंग में औसतन 1.5 मिमी एचजी के कमी आईल।