उच्च रक्तचाप के मरीजन खातिर रोजाना स्वास्थ्य देखभाल बहुत जरूरी होला, खासतौर पर बसंत में जब मौसम में बार-बार बदलाव होला तब उच्च रक्तचाप के दोबारा होखल खासतौर पर आसान हो जाला।त बसंत में हाइपरटेंशन के मरीज के कवना बात प ध्यान देवे के चाही?
- पर्याप्त नींद मिल जाला
'वसंत में नींद आवे' एगो आम घटना ह।उच्च रक्तचाप के मरीज के यांग के प्राकृतिक बढ़ोतरी के पालन करे खाती हर दिन 6 से 8 घंटा नींद सुनिश्चित करे के चाही।बुजुर्ग लोग के नींद के खराब गुणवत्ता के चलते झपकी के समय उचित रूप से बढ़ावल जा सकता।पर्याप्त नींद ब्लड प्रेशर के नियमन खातिर अनुकूल होखेला।
- भावनात्मक स्थिरता के बा
बसंत के जलवायु से उच्च रक्तचाप के मरीज के चिड़चिड़ापन आसानी से हो जाला।मरीज के भावनात्मक स्थिरता बनवले राखे के पड़ेला, जवना से ब्लड प्रेशर के स्थिरता सुनिश्चित हो सकता।खराब मिजाज से दिल के धड़कन तेज हो सकता अवुरी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता।एहसे उच्च रक्तचाप के बुजुर्ग मरीज के अपना भावना के नियंत्रित करे प ध्यान देवे के चाही, जवन कि न्यूरोएंडोक्राइन रेगुलेशन खाती अनुकूल होखेला, ताकि वासोमोटर फंक्शन सबसे निमन स्थिति में होखे अवुरी ब्लड प्रेशर भी स्वाभाविक रूप से कम हो जाई अवुरी स्थिर रही।
- खानपान पर ध्यान दीं
बसंत के ठीक होखे के मौसम कहल जा सकेला बाकिर कुछ सब्जी आ फल अपेक्षाकृत कम बा.एहसे हाइपरटेंशन के मरीज खाती बसंत में आहार के अनदेखी कईल आसान बा, अवुरी ए बिंदु प खास ध्यान देवे के चाही।
ठंडा के शुरुआती बसंत खातिर, रोजाना बीपी मॉनिटरिंग खातिर कलाई के ब्लड प्रेशर मॉनिटर आपके पसंद खातिर बेहतर होखे के चाही।